मैं मरणासन्न इगलास डाकघर

150 से अधिक वर्षों के लिए, मैं डाक विभाग देश की रीढ़ हूँ। मैंने संचार के क्षेत्र में देश में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। मैं कई मायनों में भारतीय नागरिकों के जीवन को छूता हूँ: मेल डिलीवर करना, लघु बचत योजनाओं के तहत जमा स्वीकार करना, डाक जीवन बीमा (PLI) और ग्रामीण डाक जीवन बीमा (RPLI) के तहत जीवन बीमा कवर प्रदान करना और बिल जैसी रिटेल सेवाएं प्रदान करना संग्रह, प्रपत्रों की बिक्री, आदि सेवाएं मैं प्रदान करता हूँ।  महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (MGNREGS) वेतन वितरण और वृद्धावस्था पेंशन भुगतान जैसे नागरिकों के लिए अन्य सेवाओं के निर्वहन में भारत सरकार के लिए मैं एक एजेंट के रूप में कार्य करता हूँ।मेरा लगभग 1,55,531 पोस्ट कार्यालयों के साथ, दुनिया में सबसे व्यापक रूप से वितरित डाक नेटवर्क है ।
        मैं अलीगढ़ स्थित इगलास डाकघर इसी की एक शाखा हूँ।
      मैं इस समय मरणासन्न स्थितियों से गुज़र रहा हूँ। मेरे मरणासन्न होने का कारण मेरे डॉक्टररूपी कर्मचारियों का गैरजिम्मेदार होना। मेरा जीवन मेरी योजनाएं हैं लेकिन कोई भी सुचारूरूप से क्रियान्वित नहीं हो रही है।यहाँ डाक रजिस्ट्री नहीं होती है। मुझे बड़ा दुःख होता है जब कोई व्यक्ति यहाँ डाक रजिस्ट्री  के लिए आता है और नेट न होने का बहाना करके उसे तहसील पर भेज दिया जाता है। कुछ बार के बाद वो रजिस्ट्री के लिए आना छोड़ देता है। 
        मेरे पास 10 रुपये के पोस्टल आर्डर के लिए लोग आते है और मायूस होकर लौट जाते है। 
 रेवेन्यू टिकट के लिए आने वाले मेरे प्रिय ग्राहकों को मायूस होकर लौटना पड़ता है।
     पोस्टकार्ड के लिए जो आता है उसे भी पोस्टकार्ड नहीं मिलता है।
R.D. और NSC का भुगतान के भुगतान के लिए मेरे प्रिय ग्राहकों को महीनों दौड़ना पड़ता है। अनन्तः मेरे प्रिय ग्राहक इन सेवाओं को यहां से न लेने का निर्णय कर लेते है।
 बड़ा दुःख होता है जब RPLI (रूरल पोस्टल लाइफ इंश्योरेंस) तथा PLI (पोस्टल लाइफ इंश्योरेंस) के लिए अलीगढ़ या हाथरस भेज दिया जाता हैं 
राजेश कुमार डाक सहायक के व्यवहार से मैं ही नही मेरे प्रिय ग्राहक भी दुखी होते हैं मैं जार -जार  रोता हूँ , मेरी सिसकियाँ केवल मेरे दुखी और लाचार ग्राहकों को सुनाई देती हैं  

अपने लक्ष्य पर ध्यान

♨️ आज का प्रेरक प्रसंग ♨️           ! अपने लक्ष्य पर ध्यान ! एक बार की बात है। एक तालाब में कई सारे मेढ़क रहते थे। उन मेढ़कों में एक राजा मेंढ...